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स्पाइन सर्जरी से जुड़ी सामान्य भ्रांतियां

स्पाइन सर्जरी से जुड़ी सामान्य भ्रांतियां

डॉक्टर विनीश माथुर मेदांता हॉस्पिटल, गुड़गांव में ऑर्थोपेडिक स्पाइन सर्जरी के डायरेक्टर और हेड हैं। उनके अनुसार, लोगों के मन में स्पाइनल सर्जरी को लेकर कई भ्रांतियां होती हैं, जिनका स्पष्टीकरण आवश्यक है।

डॉ. माथुर बताते हैं कि जब किसी व्यक्ति को बैक की कोई समस्या होती है, चाहे वह उम्र के साथ अपक्षय हो, टूट-फूट हो, संक्रमण हो या ट्यूमर हो, और उन्होंने सर्जरी का निर्णय लिया है या किसी ने उन्हें सर्जरी सुझाई है, तो उनके

स्पाइन सर्जरी को लेकर पहला और सबसे बड़ा सवाल हमेशा सुरक्षा का होता है। डॉ. माथुर के अनुसार, ज्यादातर मरीज किसी भी प्रक्रिया से पहले यह सवाल पूछते हैं, और वे पूरे विश्वास के साथ बताते हैं कि आज के समय में आधुनिक तकनीकों के उपयोग से स्पाइनल सर्जरी पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हो गई है।

आधुनिक तकनीकों में शामिल हैं:

  • बेहतर जांच प्रक्रियाएं

  • समस्या का सटीक स्थानीकरण

  • उचित सर्जिकल योजना

  • सही तरीके से क्रियान्वयन

  • मैग्निफिकेशन, न्यूरो मॉनिटरिंग, नेविगेशन और रोबोटिक्स का उपयोग

इन सभी कारणों से आज जटिलता दर 1% से भी कम है, जो विश्व स्तर पर किसी भी अन्य सर्जरी की तुलना में बेहतर है।

डॉ. माथुर बताते हैं कि पिछले 20 वर्षों में रीढ़ की हड्डी की सर्जरी की सुरक्षा में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। यह एक प्रकार का क्रांतिकारी परिवर्तन है, जिसके कारण आज इस सर्जरी को किसी भी अन्य सर्जरी के साथ सुरक्षा के मामले में तुलना की जा सकती है।

स्पाइन सर्जरी के दुष्प्रभावों को लेकर लोगों में अनावश्यक भय होता है। डॉ. माथुर स्पष्ट करते हैं कि आधुनिक तकनीकों के कारण स्पाइन सर्जरी के दुष्प्रभाव अब न्यूनतम हो गए हैं।

लागत की चिंता भी एक वास्तविक मुद्दा है। यह अस्पताल से अस्पताल तक भिन्न होती है। हालांकि, यह सच है कि उन्नत तकनीक महंगी होती है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि तकनीक की लागत हर दिन कम होती जा रही है।

डॉ. माथुर को उम्मीद है कि समय के साथ, जब कोई व्यक्ति स्पाइन सर्जरी कराता है, विशेष रूप से एंडोस्कोपिक और मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी, तो यह किसी भी अन्य ऑर्थोपेडिक सर्जरी जितनी ही किफायती दरों पर की जा सकेगी।

स्पाइन सर्जरी रिकवरी अवधि क्या वाकई लंबी होती है?

स्पाइन सर्जरी रिकवरी अवधि के बारे में एक आम गलतफहमी है कि इसमें बहुत लंबा समय लगता है। डॉ. माथुर बताते हैं कि लोगों का एक बड़ा डर रिहैबिलिटेशन, बेड रेस्ट और गतिहीन रहने (इमोबिलाइजेशन) का होता है।

आजकल सभी लोग व्यस्त हैं। अधिकांश नौकरियां निजी क्षेत्र में हैं, और लोग अपने काम से दूर नहीं रहना चाहते। वे खुद तो शायद कुछ समय के लिए दूर रह भी लें, लेकिन वे अपने परिवार के सदस्यों को अपनी देखभाल में बांधना नहीं चाहते।

डॉ. माथुर आश्वस्त करते हैं कि 99% मामलों में, जटिल ट्यूमर और स्कोलियोसिस के मामलों को छोड़कर, अधिकांश मरीज जो अस्पताल आते हैं - चाहे वे चलकर आएं या व्हीलचेयर में - वे चलकर ही जाते हैं और स्वयं की देखभाल करने में सक्षम होते हैं। इसलिए इस बात पर भी शंका दूर होनी चाहिए।

रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बाद रिहैबिलिटेशन

डॉ. माथुर के अनुसार, रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बाद 99% मरीज स्वयं चलकर अस्पताल से जाते हैं। आधुनिक तकनीकों ने रीढ़ की हड्डी की सर्जरी को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बना दिया है।

अधिकांश मामलों में स्पाइन सर्जरी रिकवरी टाइम उतना लंबा नहीं होता जितना लोग सोचते हैं। आधुनिक सर्जिकल तकनीकों और बेहतर पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल के कारण, मरीज जल्दी ही अपनी दैनिक गतिविधियों में लौट सकते हैं।

सही सर्जन का चयन और सर्जरी से पहले सवाल

डॉ. माथुर के अनुसार, स्पाइनल सर्जरी के लिए सही सर्जन का चयन बहुत महत्वपूर्ण है। वे याद दिलाते हैं:

  • अपने सर्जन का सावधानीपूर्वक चयन करें

  • सर्जरी से पहले सभी आवश्यक प्रश्न पूछें

  • अपने अस्पताल में रहने और रिहैबिलिटेशन की योजना बनाएं

  • ऐसे सर्जन से बात करें जो केवल स्पाइन सर्जरी करते हों, क्योंकि यह सर्जिकल प्रक्रिया की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ाता है

और सबसे महत्वपूर्ण, डॉ. माथुर सलाह देते हैं कि बिना डर के आगे बढ़ें। अनावश्यक दर्द और पीड़ा न सहें। जहां सर्जरी की सलाह दी गई है, वहां निश्चित रूप से सर्जरी कराएं।

स्पाइनल सर्जरी से जुड़ी भ्रांतियां अक्सर अनावश्यक भय और चिंता का कारण बनती हैं। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और तकनीकी प्रगति ने इस प्रक्रिया को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित, कम आक्रामक और अधिक प्रभावी बना दिया है।

डॉ. विनीश माथुर के अनुसार, सही जानकारी, उचित योजना और विशेषज्ञ सर्जन के चयन से, स्पाइन सर्जरी एक सुरक्षित और जीवन बदलने वाली प्रक्रिया हो सकती है, जो दर्द से मुक्ति दिलाकर बेहतर जीवन की ओर ले जा सकती है। याद रखें, सही जानकारी ही सही निर्णय की कुंजी है। अपने चिकित्सक से खुलकर बात करें और अपनी सभी शंकाओं का समाधान करें।

  1. क्या स्पाइन सर्जरी सुरक्षित है?

    हाँ, आज के समय में स्पाइन सर्जरी अत्यंत सुरक्षित मानी जाती है। आधुनिक तकनीकों जैसे न्यूरो मॉनिटरिंग, रोबोटिक्स, नेविगेशन और सटीक योजना से जटिलता की दर बहुत कम रह गई है।

  2. क्या सर्जरी के बाद लम्बे समय तक बेड रेस्ट जरूरी है?

    नहीं। आधुनिक सर्जरी और बेहतर रिहैबिलिटेशन प्रोटोकॉल के कारण अब मरीजों को लंबे समय तक बिस्तर पर रहने की आवश्यकता नहीं होती।

  3. क्या हर कमर दर्द के लिए सर्जरी जरूरी होती है?

    नहीं। अधिकतर मामलों में कंज़र्वेटिव ट्रीटमेंट जैसे फिजियोथेरेपी, दवाएँ, और जीवन शैली में बदलाव से आराम मिल जाता है। सर्जरी केवल गंभीर या लगातार गंभीर स्थिति में की जाती है।

  4. क्या सर्जरी के बाद चलना-फिरना तुरंत शुरू किया जा सकता है?

    हाँ, आधुनिक सर्जरी के बाद मरीज को जल्दी चलाया जाता है, जिससे रिकवरी तेज़ होती है। कई बार ऑपरेशन के अगले ही दिन चलना शुरू करवा दिया जाता है।

Dr. Vineesh Mathur
Orthopaedics
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