क्या आपको पता है कि भारत, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में सामूहिक रूप से स्तन कैंसर विश्व के स्तन कैंसर का एक-तिहाई हिस्सा बनाते हैं? इसके साथ स्तन कैंसर की उच्च मृत्यु दर (मुख्यत देर से पता लगने के कारण) हर जगह महिलाओं के लिए एक चिंता का विषय है। शुरुआती चरण में स्तन कैंसर के कुछ लक्षण ही स्पष्ट होते हैं, जो अक्सर स्तन कैंसर के देर से पता लगने का मुख्य कारण माना जाता है।
आइए नीचे दिये कुछ स्तन कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों के बारे में जानकारी लें जिससे आप इसके बारे में पहले से ही अच्छी तरह से तैयार रहें:
आपकी बगल या गर्दन के नीचे उपस्थित लिम्फ नोड्स का अचानक सख्त होना स्तन कैंसर का एक संकेत हो सकता है। यदि आपको इन जगहों पर सूजन दिखाई दे तो घबराएं नहीं क्योंकि यह एक साधारण संक्रमण का भी संकेत हो सकता है। इसको जानने का सही तरीक़ा डॉक्टर से तुरंत परामर्श करना है जो आपके लक्षणों का आकलन करेगा और सटीक कैंसर की पुष्टि करने के लिए आपको एक बायोप्सी जाँच के लिए कह सकता है।
अपने स्तनों की दर्द रहित गांठों की जाँच करना, विशेष रूप से अगर ये मासिक धर्म के बाद बनती हैं, अपनी दैनिक जीवनशैली का एक हिस्सा बनाएँ। यह कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों में से एक है और इसकी पुष्टि के लिए चिकित्सक परामर्श और मैमोग्राम की आवश्यकता होती है।
आमतौर पर स्तनों में गांठ की उपस्थिति स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों में से एक है, अगर आपको अपने स्तनों में निम्न में से कोई संरचनात्मक परिवर्तन मिलते हैं, तो आपको तुरंत मैमोग्राम करवाना चाहिए:
आपके निपल्स में परिवर्तन कई बीमारियों के शुरुआती संकेतों में से एक महत्वपूर्ण संकेत है। कुछ परिवर्तन निम्न है:
हालाँकि निप्पल से असामान्य स्राव के कोई गंभीर कारण नहीं होते, यदि आपको निप्पल से कोई स्पष्ट या खूनी स्राव दिखाई देता है, तो तुरंत जांच करवाना अति महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकता है।
स्तन की गांठ अधिकतर दर्द रहित होती है, यदि आत्म-परीक्षण के दौरान आपको स्तन में दर्द या असहजता का अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर से तुरंत परीक्षण करवाना महत्वपूर्ण है।
अपने स्तनों में तापमान, बनावट या आकृति में होने वाले सूक्ष्म बदलाव पर भी निगरानी रखना महत्वपूर्ण है। कुछ परिवर्तन जिन पर ध्यान रखना ज़रूरी है, निम्न है:
अगर आपको ऊपर दिये लक्षणों में से कोई लक्षण स्तन में कही भी महसूस हो रहा है, तो घबराए नहीं और सबसे खराब निष्कर्ष पर पहुंचने से बचें। ये आत्म-परीक्षण के टिप्स केवल शुरुआती चेतावनी संकेतों के रूप में काम करते हैं, किसी भी बीमारी की पुष्टि करने के लिए तुरंत अपने डॉक्टर से उचित जाँच करवायें।
This blog is a Hindi version of an English-written blog - Breast Cancer: 7 Warning Signs and Symptoms Women Shouldn’t Ignore
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