Facebook Twitter instagram Youtube
मनुष्य शरीर का तापमान कितना होता है |

मनुष्य शरीर का तापमान कितना होता है |

जैसे हृदयगति, रक्तचाप और श्वास गति शरीर की स्वस्थता को परखने के महत्वपूर्ण संकेत हैं, उसी तरह शरीर का तापमान भी एक महत्वपूर्ण संकेत है। मानव शरीर का तापमान दिन में कई बार ऊपर-नीचे होता रहता है, लेकिन सामान्य तौर पर यह एक विशेष स्लॉट के अंदर ही रहता है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए आपको शरीर के औसत तापमान को समझना ज़रूरी है।

 

सामान्य शरीर का तापमान क्या है?

सन् 1800 में हुई एक शोध के अनुसार ज्यादातर लोगों के शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट या 37 डिग्री सेल्सियस रहता है। एक व्यक्ति के शरीर का औसत तापमान 97.5°F या 36.4°C और 97.9°F या 36.6°C के बीच रहता है। जाने-माने चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार शरीर का तापमान 97 से 99°F के बीच सामान्य माना जाता है। ऐसी संभावनाएं हैं सक्रिय व्यक्ति का तापमान इस स्तर से अधिक या कम हो सकता है। इसके स्तर में उतार-चढ़ाव अक्सर बचपन से वयस्कता तक देखा जा सकता है।


आइए जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में शरीर के सामान्य तापमान की सीमा का अवलोकन करें:

•      नवजात शिशु से 10 साल तक की उमर तक: 95.9°F or 35.5°C to 99.5°F or 37.5°C
•      11-65 साल तक: 97.6°F or 36.4°C to 99.6°F or 37.6°C
•      65 साल से ऊपर: 96.4°F or 35.8°C to 98.5°F or 36.9°C


तापमान के स्तर निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करते हैं:

•      आयु, लेकिन यह समान उम्र के महिला और पुरुषों में भी अलग-अलग हो सकता है।
•      शरीर के आकार और प्रकार
•      शरीर के तापमान को नापने का स्थान, जैसे जीभ या बगल के नीचे
•      दिन का विशेष समय
•      जलवायु की स्थिति और मौसम परिवर्तन
•      कठिन व्यायाम के बाद शरीर के तापमान नापना
•      किसी भी तरह के संक्रमण के संपर्क में आना

 

उच्च शरीर का तापमान या बुखार

जब शरीर का तापमान 100.4°F या 38°C से अधिक हो जाता है, तो इसे बुखार कहा जाता है जिसके लिए आपको तत्काल चिकित्सा मदद की ज़रूरत होती है। संक्रमण के समय शरीर की सुरक्षा प्रतिक्रिया की वजह से आपके शरीर का तापमान बढ़ता या बुखार आता है। हाइपरथायरायडिज्म और अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों के विकारों सहित अन्य विभिन्न चिकित्सा बीमारियाँ शरीर के मुख्य तापमान को बढ़ा सकती है। यदि बुखार दो दिनों से अधिक रहता है तो आपको डॉक्टर से तुरंत जाँच करवानी चाहिए।

 

कम शरीर का तापमान या हाइपोथर्मिया

मानव शरीर का तापमान कभी-कभी 98.6°F या 37°C से कम हो सकता है। शरीर के तापमान में यह असामान्य गिरावट विभिन्न चिकित्सा स्थितियों या शरीर में किसी भी प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकती है। हाइपोथर्मिया के कारण शरीर का तापमान 95°F या 35°C से भी कम हो जाता है। यह स्थिति शरीर के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, जिससे शरीर के आंतरिक अंगों में निष्क्रियता हो जाती है। इस स्थिति के काफ़ी समय तक बने रहने से अंग विफलता या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तत्काल चिकित्सा परामर्श लेना चाहिए।

 

क्या शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव शरीर के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है?

जो लोग चिकित्सा बीमारियों से गुजर रहे हैं, उनमें शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव चिंता का विषय है। व्यक्ति, जिनमे पुरानी, लंबी बीमारी हो, अपने सामान्य शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं, जैसे श्वसन संक्रमण वाले व्यक्ति को अस्थमा, सांस लेने में दिक़्क़त, या दिल से संबंधित समस्याओं जैसे गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। अन्य चिकित्सा बीमारियाँ जैसे कि मधुमेह या कैंसर शरीर का संक्रमणों से मुक़ाबला करना कठिन बना सकती है। इसलिए, यदि आपको कोई पुरानी, लम्बे समय से चल रही बिमारी है और शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव होता है, तो आगामी परेशानियों से बचने के लिए जल्द से जल्द डॉक्टर से उचित परामर्श लें।

 

शरीर के तापमान को सामान्य रखने के टिप्स
जब आपका शरीर जानलेवा परिस्थितियों के संपर्क में आता है, तो आपको अपरिचित समस्यायों से बचने के लिए अपने शरीर की अतिरिक्त देखभाल करनी चाहिए। संक्रमण से लड़ रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आइए शरीर के तापमान को सामान्य रखने के लिए कुछ युक्तियों पर एक नजर डालते हैं:


सर्दी के मौसम में ध्यान रखने के टिप्स:

•      कोशिश करें कि गर्म कपड़ों की कई परतें पहने
•      पूरे दिन हाथ के दस्ताने और मोजे पहने रहें
•      अत्यधिक ठंड के सीधे संपर्क में आने से बचें


गर्मी के मौसम में ध्यान रखने के टिप्स:

•      अत्यधिक गर्मी का मुकाबला करने और शरीर को ठंडा रखने के लिए खूब पानी पिएं (लगभग 8 गिलास प्रतिदिन)।
•      सूर्य के सीधे संपर्क में आने से बचें।
•      गर्मी में हल्के रंग के और सूती कपड़े पहनें।
•      यदि आप पूरे दिन व्यस्त रहते हो तो बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें।


शरीर के तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण होने वाली गंभीर जटिलताओं से निपटने के लिए उचित चिकित्सिय परामर्श लें।

 

This blog is a Hindi version of an English-written blog - What Is The Normal Body Temperature Range?

Medanta Medical Team
Back to top