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जब आपको गुर्दे (kidney) की पथरी की सर्जरी की आवश्यकता हो तो क्या करें

जब आपको गुर्दे (kidney) की पथरी की सर्जरी की आवश्यकता हो तो क्या करें

चिकित्सकों द्वारा दर्ज किए गये विभिन्न दर्द में से किडनी पथरी का दर्द सबसे खराब दर्दों में से एक माना जाता है। कुछ मामलों में पानी पीने और साधारण दर्द की दवाई एक सरल उपचार सिद्ध होता है, वही कई बार आपको सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ सकती है। 

 

किडनी की पथरी को हटाने के क्षेत्र में सर्जिकल विभाग ने काफ़ी तरक़्क़ी कर ली है और यह लेख आपको यह समझने में मदद करेगा कि पथरी की सर्जरी के मामले में आप क्या उम्मीद कर सकते हैं।

 

गुर्दे की पथरी क्या हैं?

छोटे--छोटे क्रिस्टल्स मिलकर पथरी बनाते हैं। ये पथरी तब बनती हैं जब आपके मूत्र में कुछ खनिजों का स्तर उच्च होने पर ये खनिज आपके गुर्दे में क्रिस्टलीकृत होने लग जाते हैं। इनमें सबसे आम खनिज कैल्शियम होता है लेकिन किडनी की पथरी अन्य खनिजों जैसे फॉस्फेट, ऑक्सालेट, यूरेट और सिस्टीन के कारण भी बन सकती है। आपको उनके मौजूदगी का एहसास तभी होता है जब पथरी आपकी किडनी से मूत्रवाहिनी में चली जाती है और दर्द शुरू करती है। 

 

किडनी में पथरी कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है, जिनमें मुख्य हैं:

  • पहले से मौजूदा चिकित्सा स्थितियाँ जैसे गाउट, मोटापा, मूत्रमार्ग संक्रमण 
  • खराब जीवनशैली, जिसमें कम पानी पीना मुख्य होता है 
  • दवाओं या सप्लीमेंट के प्रति प्रतिक्रिया

 

गुर्दे की पथरी का उपचार कैसे किया जाता है?

कुछ छोटी गुर्दे की पथरी अक्सर बिना उपचार के खुद ही बाहर निकल जाती हैं - बस बहुत सारा पानी पिएँ। दवाओं या सर्जरी जैसी चिकित्सा प्रक्रियाओं, पथरी के आकार, दर्द की तीव्रता और उनके स्थान के आधार पर तय किया जाता है। 

 

शल्य चिकित्सा के विकल्प क्या होते हैं?

शल्य चिकित्सा के तीन मुख्य विकल्प होते हैं और चौथा ओपन सर्जरी जटिल और दुर्लभ मामलों में सुझाये जाना वाला विकल्प होता है। ये सभी विकल्प बड़ी पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित करने और उन्हें शरीर से बाहर निकलने का काम करते हैं। 

 

  1. शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (एसडब्ल्यूएल)

यह क्या है

यह सुनने में डरावना महसूस होता है, लेकिन यह उपचार अपने नाम के विपरीत बिलकुल डरावना नहीं होता है। यह सबसे आम रूप से काम आने वाला उपचार विकल्प है और सभी किडनी स्टोन के 50% रोगियों का इलाज करने में कामयाब होता है। एसडब्ल्यूएल बिना चीरफाड़ की प्रक्रिया होती है, जो कि आपके गुर्दों में छोटे से लेकर मध्यम साइज की पथरी को लक्षित करता है और इस प्रक्रिया में अस्पताल में लगभग एक घंटा लगता है।

कैसे काम करता है

आपको बस दर्द की दवा लेनी होती है, फिर इसके बाद आपको एक मेज़ पर लिटाया जाता है और डॉक्टर एक विशेष मशीन द्वारा उच्च ऊर्जा वाली शॉक वेव्स को इन पथरी की ओर लक्षित करते हैं। ये तरंगें पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ देती हैं, जो अपने आप मूत्र से स्वाभाविक रूप से निकल जाते हैं या डॉक्टर आपके मूत्रमार्ग में एक ट्यूब डाल कर निकल देते हैं।

इसके बाद क्या होता है

इस प्रक्रिया के बाद, आपको कुछ ऐंठन महसूस हो सकती है या मूत्र में कुछ खून सकता है, लेकिन यह अस्थायी होता है। आप प्रक्रिया वाले दिन ही घर जा सकते हैं और आराम कर सकते हैं। 

 

  1. यूरेटेरोस्कोपी

 यह क्या है

यह प्रक्रिया गुर्दे और मूत्रवाहिनी (छोटी नलिकाएँ जो गुर्दे से मूत्राशय तक मूत्र ले जाते हैं) में उपस्थित पथरी को हटाने के लिए उपयोग होती है। पथरी को खोजने और निकालने के लिए एक पतले स्कोप का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान आप नींद में होंगे और इस प्रक्रिया में भी कोई चीरफाड़ नहीं होती है।

कैसे काम करता है

इस प्रक्रिया में आपके सोते हुए एक लचीली स्कोप मूत्राशय में डाला जाता है। जब डॉक्टर पथरी की पहचान कर लेता है और उसका विश्लेषण कर लेता है, तो वह पथरी को पकड़ने और उसे बाहर निकालने के लिए एक बहुत छोटी वायर बास्केट को अंदर डालेगा। अगर पथरी बड़ी है या मूत्रवाहिनी में अटक गई है, तो पहले उसे एक लेज़र या तरंग/विद्युत ऊर्जा लिथोट्रिप्सी का उपयोग करके विच्छेदित किया जाता है।

इसके बाद क्या होता है

प्रक्रिया के बाद आपको मूत्र में कुछ खून दिख सकता है और यह सामान्य होता है। कुछ मामलों में, एक अस्थायी स्टण्ट भी डाला जा सकता है, जिसे एक सप्ताह के भीतर हटा दिया जाता है।

 

  1. परक्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी या नेफ्रोलिथोट्रिप्सी

यह क्या है

परक्यूटेनियस का मतलब 'त्वचा से संबंधीहोता है, और यह प्रक्रिया कम इनवेसिव होती है, जहाँ आपकी पीठ की त्वचा में एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है। इसका उपयोग बड़ी पथरी (2 सेमी या उससे अधिक) के लिए किया जाता है या तब किया जाता है जब ऊपरी दो प्रक्रियाएँ पथरी को तोड़ने में असमर्थ होती हैं।

कैसे काम करता है

आपको जनरल एनेस्थीसिया देने के बाद, डॉक्टर पीठ पर एक छोटा सा चीरा लगाएंगे, और पथरी तक पहुँचने के लिए एक स्कोप डालेंगे, और उन्हें या तो एक ट्यूब या उच्च आवृत्ति की ध्वनि तरंगों के साथ तोड़ देंगे। यह प्रक्रिया 30 से 60 मिनट के बीच तक का समय ले सकती है।

इसके बाद क्या होता है

जब आप जागते हैं, आपको एक दिन या दो दिन तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है, और एक सप्ताह या 10 दिन बाद डॉक्टर के साथ दुबारा परामर्श करने के लिए मिलना होगा।

 

  1. ओपन सर्जरी

बहुत कम बार ओपन सर्जरी की सलाह दी जाती है और केवल अत्यंत दर्द, बहुत बड़ी पथरी या अगर पथरी मूत्र के बहाव में रुकावट उत्पन्न करती है, तब इसकी सलाह दी जाती है। एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन आपकी किडनी तक पहुँचने के लिए पीठ पर एक कट बनाएगा और पथरी को सीधे बाहर निकाल देगा। मूत्र को निकालने के लिए अस्थायी रूप से एक स्टेंट डाला जा सकता है। सर्जरी के बाद आपको कुछ दिनों के लिए अस्पताल में रहना पड़ सकता है और शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ होने में 4 से 6 हफ़्ते लग सकते हैं।

 

सर्जरी के बाद की देखभाल

हालांकि अधिकांश प्रक्रियाएँ नोन-इनवेसिव या न्यूनतम इनवेसिव होती हैं, आपको कुछ दर्द निवारण दवा, संक्रमण से बचने के लिए एंटीबायोटिक की खुराक, और कुछ मामलों में कुछ दिनों तक मूत्र निर्वाह के लिए एक अस्थायी स्टेंट की आवश्यकता होगी।

इसके अलावा, कुछ मूल देखभाल के नियमों का पालन करने से आपको ठीक होने में समय नहीं लगेगा, इनमें शामिल हैं:

  • धीरे-धीरे चलने और हल्की शारीरिक गतिविधि करने का प्रयास करें, लेकिन इस दौरान ज्यादा तनाव लें
  • यह सुनिश्चित करें कि आप डॉक्टर की निर्देशों के अनुसार दवाओं का सेवन करते हैं
  • स्वस्थ आहार खाएं, जिनमें बहुत सारे फल और सब्जियां शामिल हों, ताकि आपके शरीर में कम अम्ल उत्पन्न हो
  • आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण कदम कि आप रोज़ाना कम से कम 8 गिलास पानी पीएं।

 

This blog is a Hindi version of an English-written Blog - What To Expect When You Need A Kidney Stone Surgery

 

Medanta Medical Team
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