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क्या आप अनियमित मासिक धर्म से परेशान है? अपने ओव्यूलेशन चक्र का पता कैसे करें?

 

 

 

अनियमित मासिक धर्म क्या होता है?

 

केवल 15% महिलाओं में 28 दिनों का मासिक धर्म चक्र होता है। चक्र की सामान्य रेंज 22 से 35 दिनों के बीच अलग-अलग हो सकती है। जब तक आपके पीरियड हर बार समान दिनों तक चलते हैं, तब तक आपके मासिक धर्म चक्र को नियमित (regular) कहा जाता है। लेकिन, अगर आप 2 दिन पहले या बाद तक पीरियड्स का अनुमान नहीं लगा सकते हैं, तो आपके मासिक धर्म को अनियमित कहा जाता है। कई कारक अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकते हैं, इनमें तनाव, थायराइड की स्थिति, पीसीओएस और फाइब्रॉएड शामिल हैं। 

 

ओव्यूलेशन के विशिष्ट लक्षण क्या होते हैं?

 

  • शरीर के तापमान में वृद्धि, आमतौर पर थर्मामीटर द्वारा सामान्य शरीर के तापमान से 1/2 से 1 डिग्री ज़्यादा मापा जाता है।
  • होम ओव्यूलेशन किट पर ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) का उच्च स्तर आना 
  • सर्वाइकल म्यूकस या योनि स्राव जो साफ, पतला और स्ट्रेची महसूस होता है 
  • छूने से स्तनों में दर्द या असहजता अनुभव होना 
  • सूजन 
  • हल्की स्पॉटिंग 
  • साइड्स में हल्का दर्द या ऐंठन

 

क्या अनियमित मासिक धर्म ओव्यूलेशन को प्रभावित कर सकते हैं?

 

लगभग हर महिला अपने अगले पीरियड से लगभग 14 दिन पहले अंडे का उत्सर्जन करती है, चाहे उसका मासिक धर्म नियमित हो या नहीं। अनियमित माहवारी के साथ गर्भ धारण करने का सटीक समय बताना एक  बड़ी समस्या होती है। कुछ अनियमित माहवारी वाली महिलाओं में बिल्कुल भी डिंबोत्सर्जन (ovulation) नहीं होता है। जिन महिलाओं में डिंबोत्सर्जन नहीं होता, उन्हें विशिष्ट पीरियड लक्षण जैसे दर्द या ऐंठन का अनुभव नहीं होता है और उनको माहवारी के समय हल्का या भारी रक्तस्राव हो सकता है। 

 

अनियमित पीरियड्स होने पर आप ओव्यूलेशन को कैसे ट्रैक कर सकते हो?

 

  • ओव्यूलेशन का पहला संकेत म्यूकस स्राव होता है। यदि आपके चक्र के बीच में बहुत अधिक चिपचिपा स्राव होता है, आमतौर पर इसका मतलब है कि संभवतः आपमें ओव्यूलेशन हो रहा है। यह एस्ट्रोजेन हार्मोन स्तर में वृद्धि के कारण होता है।
  • ओव्यूलेशन पहचानने का अन्य सूचक आपके शरीर के तापमान में वृद्धि भी होता है। पर इसके लिए आपको एक संवेदनशील थर्मामीटर का उपयोग करना होगा जो 1/100 डिग्री के रिज़ॉल्यूशन के अंतर को भी पहचान सके। ओव्यूलेशन के आसपास के समय में प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन शरीर के तापमान को लगभग ½ डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा देता है। हालांकि, बढ़ा हुआ तापमान यह इंगित करता है कि अंडा ओवरी से रिलीज़ हो गया है और सबसे फर्टाइल अवधि इसके ठीक पहले की होती है।
  • ओवर--काउंटर उपलब्ध ओव्यूलेशन प्रिडिक्टर किट ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) के स्तर को बताती है, और जब इसका स्तर सबसे ज़्यादा होता है, तो इसका मतलब है कि अगले 24 घंटों में ओव्यूलेशन हो सकता है।
  • अपने मासिक धर्म चक्र का चार्ट बनाने से आपको ऑव्यूलेशन पैटर्न देखने में मदद मिल सकती है। इसके साथ-साथ आप चार्टिंग से अन्य समस्याओं का भी पता लगा सकते है। अनियमित पीरियड्स निर्धारित करने से पहले हमेशा अपने मासिक धर्म चक्र का चार्ट का पैटर्न पर ध्यान दें। 

 

निष्कर्ष 

 

जिन महिलाओं में अनियमित माहवारी की समस्या होती है उनको गर्भवती होने में दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ता है। सबसे पहले, इन महिलाओं में पीरियड्स की संख्या कम हो जाती है, जिसके फलस्वरूप एक वर्ष में कितनी बार गर्भवती हो सकती है की संख्या भी कम हो जाती है। और जब ऐसा होता है, तो गर्भधारण के समय का सही पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए डॉक्टर विभिन्न तरीक़ों के संयोजन का उपयोग करने की सलाह देते हैं, जिसमें अपने मासिक धर्म चक्रों को चार्ट करना, म्यूकस की जांच करना, शरीर के तापमान पर नज़र रखना और महीने-दर-महीने होम ओव्यूलेशन टेस्ट किट का उपयोग करना शामिल है। 

 

इन सभी उपायों को करने के साथ-साथ तनाव-रहित दिमाग बनाए रखना जरूरी होता है। गर्भवती होने और तारीखों पर नज़र रखने से उत्पन्न अतिरिक्त तनाव आपके अनियमित माहवारी की समस्या को और बढ़ा सकता है। 

Medanta Medical Team
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