उच्च रक्तचाप एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है जिसे संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव के साथ नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आप उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) से पीड़ित हो सकते हैं, तो यहां दिए गए 6 संकेत पर ध्यान दें।
उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन में व्यक्ति को अक्सर बहुत कम या कुछ लक्षण महसूस होते है। उच्च रक्तचाप को "साइलेंट किलर" कहते है क्योंकि बहुत से लोग बिना किसी लक्षण के इस बीमारी से लंबे समय तक पीड़ित रहते हैं।
हालांकि, उच्च रक्तचाप अक्सर लक्षणहीन होता है इसका मतलब यह नहीं है कि यह ख़तरनाक नहीं है।बल्कि, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप, या लंबे समय तक बिना इलाज के उच्च रक्तचाप, आपकी धमनियों को हानि पहुंचा सकता है, विशेष रूप से गुर्दे और आंखों की धमनियाँ। उच्च रक्तचाप से स्ट्रोक, दिल का दौरा, और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का ख़तरा कई गुना बढ़ जाता है।
ब्लड प्रेशर रीडिंग में दो नंबर होते हैं। ऊपर वाली संख्या आपका सिस्टोलिक रक्तचाप बताती है और नीचे वाली आपके डायस्टोलिक रक्तचाप को दर्शाती है। आम तौर पर, ब्लड प्रेशर रीडिंग 120/80 से ऊपर और 140/90 से कम पर सामान्य मानी जाती है।
2017 में, दुनिया भर के प्रमुख हृदय स्वास्थ्य संगठनों ने सर्वसम्मति से पुरानी उच्च रक्तचाप सीमा 140/90 mm Hg (65 वर्ष से कम) और 150/80 mm Hg (65 वर्ष से ऊपर) के स्तर को कम करके सभी वयस्कों के लिए 130/80 mm Hg करने का निर्णय लिया। इस नए मानदंड के अनुसार, यदि आपकी ब्लड प्रेशर रीडिंग 130/80 mm Hg से अधिक है तो आपको अपने डॉक्टर से मिलकर उच्च रक्तचाप को कम करने के उपाय निकालने चाहिए।
अगर आपकी जीवनशैली सही नहीं है या उच्च रक्तचाप आपके परिवार में हो तो आपको भी अपने ब्लड प्रेशर रीडिंग पर नज़र रखनी चाहिए। इसके लिए आप अपनी स्थानीय फार्मेसी या दवाई की दुकान से ब्लड प्रेशर मॉनिटर खरीद सकते हैं। इनसे ली गई रीडिंग बहुत सटीक होती हैं और वैसी ही होती हैं जैसी अस्पताल में निकलती हैं।
आपके शरीर की सक्रियता, नींद, पानी और भोजन का सेवन, और अन्य कई कारकों के कारण आपका रक्तचाप लगातार बदलता रहता है। बिलकुल सटीक रीडिंग निकालने के लिए, आपको समय के साथ अपने ब्लड प्रेशर की कई रीडिंग लेनी पड़ती है।
एक ऐसे समय जब आप शांत और हाइड्रेटेड हो उस समय अपना ब्लड प्रेशर ले और समान शर्तों के तहत साप्ताहिक या मासिक रीडिंग निकालें। हर दिनांक और रीडिंग लिख लें और उन्हें अपने डॉक्टर को अगले दौरे पर दिखाए।
व्यायाम और संतुलित भोजन से आप अपने उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हो लेकिन कुछ रोगजनक कारक को हम बदल नहीं सकते।
और जब जब आपके दिल के स्वास्थ्य की बात आती है तो जेनेटिक्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, रक्तचाप वंशानुगत हो सकता है। यदि आपको पता है कि आपके निकट संबंधी जैसे माता-पिता, दादा-दादी और भाई-बहन उच्च रक्तचाप से पीड़ित है या 45 वर्ष की आयु से पहले आपको दिल का दौरा पड़ा है, तो आपको डॉक्टर के पास जा कर अपनी जाँच करवाते रहना चाहिए।
उच्च रक्तचाप के सही कारण को जानने के लिए आपको इस रोग का पारिवारिक इतिहास पता होना चाहिए, पूरी जानकारी होना कि यह खाने की खराब आदतों, या व्यायाम की कमी से है, या क्या यह आनुवंशिक है जो पीढ़ियों में खुद को दोहराती है।
यहां तक कि अगर आपके परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप दिल की बीमारी से बचने का प्रयास नहीं कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप को पहचानना मुश्किल है, लेकिन नियमित ब्लड प्रेशर रीडिंग से आप इसे ट्रैक कर सकते हैं।
उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोग अक्सर हल्के, पुराने सिरदर्द की शिकायत करते है, और जिसे ब्रेन फॉग के रूप में जाना जाता है। यह स्थिति तब होती है जब मस्तिष्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति खराब या बंद हो जाती है, जिससे भुलक्कड़पन, सीखने, यादाश्त, और चीजें समझने में परेशानी होती है।
यदि लंबे समय तक उच्च रक्तचाप का इलाज नहीं होता है, तो हमारे दिमाग़ के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, जिससे मनोभ्रंश और अल्जाइमर जैसी मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इसीलिए, यदि आपको बार-बार सिर दर्द या ब्रेन फॉग का अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है।
हमारी आँखों को सूक्ष्म रक्त वाहिकाएं रक्त पहुंचाती हैं। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप की स्थिति इन रक्त वाहिकाओं को हानि पहुंचा सकता है और आँखों में खून के प्रवाह हो कम कर सकता है। इस दौरान आँखों की रेटिना के नीचे द्रव्य इक्कठा हो सकता है जिससे आप वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। यह ब्लॉक आपकी नज़र कमजोर कर सकता है और कभी-कभी पीड़ित को पूरंतः दृष्टि हानि (vision loss) हो सकती है। यदि आपको आंखों में धुंधलापन या लगातार सूजन का अनुभव हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से उचित परामर्श लें।
चक्कर आना और थोड़ा सा असंतुलन महसूस करना उच्च रक्तचाप के कारण होने वाले स्ट्रोक के शुरुआती चेतावनी लक्षण हैं। ये लक्षण हमारे दिमाग़ में ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी के कारण होते हैं। यदि आपको अचानक से खड़े होने के बाद या तेजी से बढ़ते हुए वीडियो देखने के कारण चक्कर आ रहे है, तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हालांकि, अगर आपको लंबे समय तक चक्कर आना बंद नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और अपना ब्लड प्रेशर की रीडिंग ले।
उच्च रक्तचाप एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है जिसे संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव के साथ नियंत्रित किया जा सकता है।
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