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फेफड़ों का प्रत्यारोपण कब किया जाता है?

फेफड़ों का प्रत्यारोपण कब किया जाता है?

फेफड़ों का प्रत्यारोपण (लंग ट्रांसप्लांटेशन) एक जटिल और गंभीर चिकित्सकीय प्रक्रिया है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि इस प्रक्रिया की आवश्यकता कब होती है और कौन से रोगी इसके लिए उपयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं। इस ब्लॉग में, डॉ. अरविंद कुमार, मेदांता गुरुग्राम, फेफड़ों के प्रत्यारोपण के बारे में जानकारी साझा करेंगे।

फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता कब होती है?

डॉ. अरविंद कुमार के अनुसार फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता तब होती है जब किसी व्यक्ति के फेफड़े इतने खराब हो जाते हैं कि वे अपना मूल कार्य नहीं कर पाते। फेफड़ों का मुख्य कार्य है ऑक्सीजन को शरीर में लेना और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को बाहर निकालना।

जब फेफड़े इस प्रक्रिया को सही ढंग से नहीं कर पाते, तो व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है। इस स्थिति में, रोगी को 24 घंटे, सातों दिन बाहरी ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता पड़ती है।

एंड स्टेज लंग डिजीज (अंतिम चरण का फेफड़ों का रोग)

कभी-कभी, बाहरी ऑक्सीजन देने के बावजूद भी, रोगी के ऑक्सीजन के स्तर को सामान्य नहीं रखा जा सकता। डॉ. कुमार के अनुसार, इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में "एंड स्टेज लंग डिजीज" कहा जाता है। यह फेफड़ों की बीमारी का अंतिम चरण है, जहां फेफड़े अपना कार्य करने में पूरी तरह से असमर्थ हो जाते हैं।

फेफड़ों की आम बीमारियां जो प्रत्यारोपण की ओर ले जा सकती हैं

1. क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)

यह सबसे आम बीमारी है जो एंड स्टेज लंग डिजीज का कारण बन सकती है। COPD धूम्रपान, वायु प्रदूषण या अन्य कारणों से हो सकती है। इस बीमारी में, फेफड़े गुब्बारे की तरह फूल जाते हैं, शिथिल हो जाते हैं, और अपना कार्य नहीं कर पाते।

2. पल्मोनरी फाइब्रोसिस

इस बीमारी में, फेफड़े फूलने के बजाय सिकुड़ जाते हैं और कठोर हो जाते हैं। फेफड़ों की सामान्य खुलने-बंद होने की क्षमता कम या समाप्त हो जाती है। इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस इस समूह की एक आम बीमारी है।

3. पल्मोनरी आर्टीरियल हाइपरटेंशन

इस स्थिति में, फेफड़ों के अंदर की धमनियों में दबाव (प्रेशर) इतना अधिक बढ़ जाता है कि फेफड़े सही से कार्य नहीं कर पाते।

4. अन्य संक्रामक बीमारियां

  • सिस्टिक फाइब्रोसिस: इसमें फेफड़ों में छोटी-छोटी सिस्ट (थैली जैसी संरचनाएँ) बन जाती हैं।

  • ब्रोंकिएक्टेसिस: इसमें फेफड़ों में वायुमार्ग अस्थायी रूप से चौड़े हो जाते हैं।

  • सारकॉइडोसिस: यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों में सूजन हो जाती है, जिसमें फेफड़े भी शामिल हैं।

फेफड़ों का प्रत्यारोपण: अंतिम विकल्प

डॉ. अरविंद कुमार बताते हैं कि जब इन बीमारियों के कारण कोई रोगी एंड स्टेज लंग डिजीज तक पहुंच जाता है, और किसी भी दवा या उपचार से उसकी स्थिति में सुधार नहीं होता, तब फेफड़ों का प्रत्यारोपण एकमात्र विकल्प रह जाता है।

निष्कर्ष

फेफड़ों का प्रत्यारोपण एक जटिल प्रक्रिया है, लेकिन एंड स्टेज लंग डिजीज वाले रोगियों के लिए यह जीवनदायी हो सकता है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह प्रक्रिया किन परिस्थितियों में आवश्यक होती है और कौन से रोगी इसके लिए उपयुक्त हो सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता कब होती है?

    फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता तब होती है जब फेफड़े इतने क्षतिग्रस्त हो जाते हैं कि वे ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान सही से नहीं कर पाते, और रोगी को 24/7 बाहरी ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।

  2. एंड स्टेज लंग डिजीज क्या है?

    एंड स्टेज लंग डिजीज फेफड़ों की बीमारी का अंतिम चरण है, जहां फेफड़े अपना कार्य करने में पूरी तरह से असमर्थ हो जाते हैं और किसी भी दवा या उपचार से स्थिति में सुधार नहीं होता।

  3. क्या धूम्रपान फेफड़ों के प्रत्यारोपण का एक प्रमुख कारण है?

    हां, धूम्रपान COPD (क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) का एक प्रमुख कारण है, जो अंततः एंड स्टेज लंग डिजीज की ओर ले जा सकता है, जिसके लिए फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता हो सकती है।

  4. क्या वायु प्रदूषण फेफड़ों की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है?

    हां, वायु प्रदूषण फेफड़ों की कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जिनमें COPD शामिल है, जो अंततः फेफड़ों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता पैदा कर सकता है।

  5. क्या फेफड़ों के प्रत्यारोपण के अलावा एंड स्टेज लंग डिजीज के लिए कोई अन्य उपचार है?

    जब कोई रोगी एंड स्टेज लंग डिजीज तक पहुंच जाता है और किसी भी दवा या उपचार से स्थिति में सुधार नहीं होता, तब फेफड़ों का प्रत्यारोपण एकमात्र विकल्प रह जाता है।

  6. क्या हर फेफड़ों की बीमारी अंततः प्रत्यारोपण की आवश्यकता पैदा करती है?

    नहीं, हर फेफड़ों की बीमारी प्रत्यारोपण की आवश्यकता नहीं पैदा करती। बहुत से रोगियों की स्थिति दवाओं और अन्य उपचारों से नियंत्रित की जा सकती है। केवल वे रोगी जो एंड स्टेज लंग डिजीज तक पहुंच जाते हैं और जिनकी स्थिति में सुधार नहीं होता, उन्हें प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है।

  7. क्या फेफड़ों के प्रत्यारोपण के बाद रोगी सामान्य जीवन जी सकता है?

    हां, सफल फेफड़ों के प्रत्यारोपण के बाद, बहुत से रोगी एक सक्रिय और सामान्य जीवन जी सकते हैं, हालांकि उन्हें अस्वीकृति को रोकने के लिए इम्यूनोसप्रेसिव दवाओं को लेने और नियमित चिकित्सकीय जांच कराने की आवश्यकता होती है।

Dr. Arvind Kumar
Lung Transplant
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