इंसुलिन के साथ सुरक्षित यात्रा: सुझाव और सावधानियाँ
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आज हम बात करेंगे लंबी दूरी की यात्रा के दौरान इंसुलिन लेने वाले मधुमेह रोगियों के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में। जैसा कि डॉ. राजेश राजपूत (मेदांता, गुरुग्राम) बताते हैं, आजकल लंबी दूरी की यात्रा - चाहे छुट्टियों में घूमने जाना हो, बच्चों से मिलने जाना हो या रिश्तेदारों से मिलने जाना हो - एक आम बात हो गई है। ऐसे में मधुमे
ह रोगी जो इंसुलिन थेरेपी ले रहे हैं, उन्हें कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए।
यात्रा से पहले की तैयारियां
यदि आप मधुमेह रोगी हैं, इंसुलिन ले रहे हैं और भविष्य में लंबी दूरी की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो सबसे पहले डॉ. राजपूत यह सलाह देते हैं कि यात्रासे4-6सप्ताहपहलेसंपूर्णजांचकराएं। अपने चिकित्सक से परामर्श करें ताकि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि आपकी शुगर की बीमारी नियंत्रण में है, शरीर के विभिन्न अंगों पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है, और यदि आवश्यक हो तो इंसुलिन की खुराक समायोजित की जा सके।
यात्रा के दौरान सावधानियां
अतिरिक्त आपूर्ति रखें
डॉ. राजपूत के अनुसार, लंबी दूरी की यात्रा के दौरान अपने साथ:
अतिरिक्त इंसुलिन सप्लाई: हमेशा अपने साथ अतिरिक्त इंसुलिन लेकर जाएं।
ग्लूकोमीटरकेस्पेयरपार्ट्स: यदि आप ग्लूकोमीटर का उपयोग करते हैं, तो अतिरिक्त बैटरी और स्ट्रिप्स अपने साथ रखें।
आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें
तीसरी महत्वपूर्ण बात जो डॉ. राजपूत बताते हैं, वह है आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना:
शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव: यात्रा के दौरान खानपान और व्यायाम के नियमों में बदलाव के कारण शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
लो शुगर के लिए सावधानी: अपने सामान में शुगर कैंडीज, ग्लूकोज टैबलेट या आसानी से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट्स रखें, ताकि यदि आपका शुगर का स्तर 70 से कम हो जाए तो आप तुरंत उनका सेवन कर सकें।
दस्तावेज़ और प्रिस्क्रिप्शन
चौथी महत्वपूर्ण बात जिस पर डॉ. राजपूत जोर देते हैं:
वैधप्रिस्क्रिप्शन: विशेष रूप से हवाई यात्रा के दौरान, अपने साथ एक वैध प्रिस्क्रिप्शन अवश्य रखें। यह दर्शाता है कि आपके द्वारा ले जाई जा रही अतिरिक्त दवाएँ आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित की गई हैं।
टाइम ज़ोन परिवर्तन के दौरान इंसुलिन
जब आप विभिन्न समय क्षेत्रों के बीच यात्रा करते हैं, जैसे भारत से अमेरिका, तो इंसुलिन लेने के समय और मात्रा में समायोजन की आवश्यकता हो सकती है। डॉ. राजपूत इस संबंध में निम्न सुझाव देते हैं:
उत्तर-दक्षिण यात्रा: यदि आप उत्तर से दक्षिण या दक्षिण से उत्तर की ओर यात्रा कर रहे हैं, तो आमतौर पर इंसुलिन की मात्रा या समय में बदलाव की आवश्यकता नहीं होती।
पूर्व-पश्चिम यात्रा:
पूर्व से पश्चिम (जैसे भारत से अमेरिका): आपका दिन लंबा होगा और आपको अतिरिक्त इंसुलिन की आवश्यकता हो सकती है।
पश्चिम से पूर्व (जैसे अमेरिका से भारत): आपका दिन छोटा होगा और आपको इंसुलिन की मात्रा कम करने की आवश्यकता हो सकती है।
डॉ. राजपूत का सुझाव है कि यात्रा से पहले अपने चिकित्सक से इन सभी बातों पर चर्चा करें। वे आपको विस्तृत जानकारी और व्यक्तिगत सलाह दे सकते हैं।
निष्कर्ष
डॉ. राजपूत के अनुसार, यदि आप इन सावधानियों का पालन करते हैं, तो आपकी यात्रा न केवल सुरक्षित होगी, बल्कि आनंददायक भी होगी। इंसुलिन थेरेपी पर होने के बावजूद, उचित योजना और तैयारी के साथ, आप अपनी यात्रा का पूरा आनंद ले सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या मुझे यात्रा के दौरान अपने इंसुलिन की खुराक बदलने की आवश्यकता होगी?
यह आपकी यात्रा की दिशा और समय क्षेत्र के अंतर पर निर्भर करता है। यात्रा से पहले अपने डॉक्टर से विशेष निर्देश प्राप्त करें।
मुझे अपने साथ कितनी अतिरिक्त इंसुलिन ले जानी चाहिए?
आपकी यात्रा की अवधि से अधिक समय के लिए पर्याप्त इंसुलिन ले जाएं, ताकि किसी भी अप्रत्याशित देरी या परिस्थिति का सामना कर सकें।
क्या मैं हवाई जहाज में इंसुलिन ले जा सकता/सकती हूँ?
हाँ, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपके पास एक वैध प्रिस्क्रिप्शन है। यह सुरक्षा जांच के दौरान सहायक होगा।
यात्रा के दौरान लो शुगर होने पर क्या करें?
तुरंत शुगर कैंडी, ग्लूकोज टैबलेट या जल्दी पचने वाले कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें। इसलिए यात्रा के दौरान इन्हें हमेशा अपने साथ रखें।
क्या मुझे यात्रा से पहले अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए?
हाँ, यात्रा से 4-6 सप्ताह पहले अपने डॉक्टर से मिलकर संपूर्ण जांच करवाएं और यात्रा के दौरान इंसुलिन लेने के बारे में विशेष निर्देश प्राप्त करें।
This blog has been converted from the Youtube video- इंसुलिन के साथ सुरक्षित यात्रा: सुझाव और सावधानियाँ | डॉ. राजेश राजपूत | मेदांता, गुरुग्राम