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खांसी के सटीक घरेलु नुस्खे

खाँसी एक आम रोग है। कही बार यह अत्यंत कष्टप्रद भी हो सकती है। चाहें खांसी किसी भी प्रकार की हो, यह आपकी दिनचर्या में परेशानी ला सकती है, विशेषकर तब जब यह लगातार हो रही हो। आमतौर पर खांसी ठीक होने में समय लेती है। लेकिन खांसी के कुछ घरेलू उपचार बार बार उठने वाली खांसी के दौरों को शांत कर सकती है। डॉक्टरों के अनुसार खांसी काफी रोगों को इंगित करती है जिनमें से कइयों को जल्दी से जल्दी उपचार की आवश्यकता हो सकती है। ज्यादातर खांसी वातावरण में परिवर्तन या एलर्जी के कारण हो सकती है।

 

प्राकृतिक उपचार किसी भी तरह की खांसी से राहत दे सकते हैं चाहे वह सूखी खांसी हो या बलगम वाली खांसी, लगातार खांसी हो या रुक रुक कर होने वाली खांसी, घरेलू नुस्ख़े काफी प्रभावशाली सिद्ध हो सकते है।

 

घरेलू नुस्ख़ों से खांसी से राहत कैसे प्राप्त करें?

 

क्या आप खांसी से राहत पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और क्या खांसी ने आपकी रात की नींद छीन ली है और आपको खांसी के कारण आप ठीक से आराम नहीं कर पा रहे है। इस अवस्था में कुछ आसान घरेलू तरीकों से आप खांसी से राहत पा सकते हैं। मुलेठी की छड़ें, शहद, अदरक, हल्दी वाला दूध, काढ़ा और कई अन्य प्राकृतिक वस्तु आपकी खांसी की समस्या का समाधान कर सकते हैं। कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियां और तरीकों से आप खांसी को काबू कर सकते हैं। आइए इस ब्लॉग के माध्यम से खांसी में सबसे कारगर घरेलू उपचार पर चर्चा करें।

 

इस बात का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है की खांसी के किसी भी प्राकृतिक उपचार को लेने से पहले आपको खांसी का कारण आपको पता होना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से यह सुनिश्चित कर लें की आपकी खांसी किसी गंभीर बीमारी की वजह से तो नहीं है।

 

खांसी के मुख्य कारण

 

खांसी का सबसे आम कारण एलर्जी या मौसमी बदलाव हो सकता है। ऐसे में खांसी बहती नाक के साथ हो सकती है। इसके अलावा अपच भी खांसी का एक कारण हो सकता है। फेफड़ों के रोग जैसे अस्थमा, निमोनिया और ब्रोंकाइटिस के कारण भी व्यक्ति को खांसी हो सकती है। खांसी कई बार आपको बहुत परेशान कर सकती है। रात के समय खांसी से राहत पाने के लिए आप एक तकिया अपने सिर के नीचे रख सकते हैं। कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचार जिन्हें आसानी से किया जा सकता है खांसी से बचाने में अत्यधिक लाभदायक हैं।

 

खांसी के घरेलू इलाज के लिए कुछ आसान नुस्ख़े और टिप्स:

 

अदरक - अदरक हमारी सभ्यता का एक अहम् हिस्सा है। अदरक से हमारे खाने का स्वाद बढ़ जाता है। पर क्या आपको मालूम है की यह स्वास्थ्यवर्धक मसाला आपके वायुमार्ग को चौड़ा करके सांस लेने में मदद कर सकता है। अदरक को गर्म चाय में ले सकते हैं या दालचीनी, सौंफ और तुलसी के साथ उबालकर इसका काढ़ा बना सकते हैं। इस गर्म काढ़े को धीरे धीरे पियें और आराम करें। अदरक आपको आराम देती है और तरोताज़ा महसूस कराती है। अगर आपकी खांसी अपच के कारण है तो भी यह अत्यंत असरकारक है। यदि आपको काढ़ा या चाय पसंद नहीं है तो आप अदरक के पाउडर को शहद के ले सकते हैं या इसकी घर पर कैंडी बना सकते हैं।


शहद - शहद खांसी के लिए एक रामबाण औषधि है। शहद बलगम को कम करने में मदद करता है। शहद में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो गले की सूजन को शांत करके खांसी को काबू करने में मदद करते हैं। याद रखें शहद के विषाक्त होने का जोखिम होता है इसलिए इसे एक साल से छोटे बच्चों को नहीं देना चाहिए।

 

हल्दी - हल्दी प्रकृति का एक ऐसा उपहार है जो औषधीय, एंटीऑक्सीडेंट, और एंटीसेप्टिक खूबियों से परिपूर्ण है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर लेकर पीने से बलगम वाली खांसी को नियंत्रित किया जा सकता है। हल्दी से गले की खराश में भी आराम मिलता है। दूध में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर हल्दी के प्रभाव को बढ़ाता है जिससे खांसी पर जल्द से जल्द काबू हो सकता है। अगर आपको दूध पसंद नहीं है तो आप हल्दी को पानी के साथ भी ले सकते हैं। शहद के साथ हल्दी भी काफी लाभदायक होती है।

 

मुलेठी - आयुर्वेद में मुलेठी को खांसी के लिए एक महत्वपूर्ण औषधि माना गया है। मुलेठी को हमारे वैज्ञानिकों ने भी काफी कारगर माना है। आप मुलेठी का चूर्ण या मुलेठी की डंडियों को चूस कर खांसी से राहत पा सकते हैं।

 

अजवायन - अजवायन बलगम को बाहर निकालकर खांसी की तीव्रता को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। अजवायन को आप चाय में डालकर आप अपनी खांसी में काफ़ी आराम पा सकते हैं।

 

भाप - स्टीम इनहेलेशन खांसी और वायुमार्ग में कंजेशन को तुरंत साफ करने में काफ़ी मददगार सिद्ध होता है। भाप श्वसन मार्ग में उपस्थित हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को भी मारती है।


नेती क्रिया - खांसी होने का मुख्य कारण वायुमार्ग में सूजन है। आप पारंपरिक नेती क्रिया का उपयोग कर खारे पानी से नाक के मार्ग को साफ़ करके खांसी के इलाज के लिए बलगम को बाहर निकाल सकते हैं। इसके लिए नेती पॉट का उपयोग किया जाता है, और यह खांसी के कारण वायुमार्ग में होने वाली सूजन को भी कम करने में मदद करती है।


गरारे करना - नमक के पानी से गरारे गले की खराश कम करने और खांसी को नियंत्रित करने का एक उत्कृष्ट तरीका है। गर्म पानी बलगम को भी वायुमार्ग से जल्दी बाहर निकालने में मदद कर सकता है।


गर्म सूप - जब खांसी के कारण आपकी ताक़त कम हो गई हो तब चिकन या मिश्रित सब्ज़ियों का गर्म सूप एक उत्तम पेय पदार्थ है। गर्मागर्म सूप खांसी पर सुखदायक प्रभाव करता है।

 

लगातार खांसी आने पर क्या करना चाहिए?

 

यदि घरेलू उपचार से आराम नहीं मिल रहा है या खाँसी में आपको खून दिख रहा है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत अपॉइंटमेंट लें। यदि खांसी किसी संक्रमण के कारण है, तो आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाइयाँ भी लिख कर दे सकता है।

 

लगातार काफ़ी दिन से चल रही खांसी बहुत परेशान कर सकती है और इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। जबकि दवाइयाँ भी काफ़ी आराम पहुँचाती हैं, परंतु दवाओं के साथ घरेलू उपचार तुरंत राहत दे सकते हैं। यदि सीने में जलन या अपच के कारण खांसी हो रही है तो अपने आहार में परिवर्तन करने का प्रयास करें। दवा के साथ जड़ी-बूटियों के किसी भी इंटरेक्शन के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें जिससे आप खांसी के इलाज के लिए सही प्राकृतिक घरेलू उपाय चुन सकें।

Medanta Medical Team
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