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मधुमेह आहार के लिए क्या करें और क्या न करें

जब आपको मधुमेह (diabetes) होता है, तो एक निश्चित आहार के पालन से (कुछ खाद्य पदार्थों को अपनाकर और कुछ से परहेज़ कर) आप अपने रक्त शर्करा के स्तर को आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं।

 

मधुमेह के साथ डायटिंग: क्या खाएं और क्या न खाएं


नीचे दिये गये कुछ खाने से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करके आप अपने मधुमेह को नियंत्रित कर सकते हैं और अपने रक्त शर्करा को नियंत्रण में रख सकते है:

 

स्टार्च - हालाँकि मधुमेह से पीड़ित बहुत से लोग स्टार्च के सेवन से बचते हैं क्योंकि यह अंत में ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को काफ़ी बढ़ाता है, पर आपके शरीर की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्ब्स की दैनिक खुराक आवश्यक है।


क्या करें: गेहूं की ब्रेड और रोटियां, ब्राउन राइस और ओट्स का अधिक सेवन करें। साबुत अनाज में स्टार्च परिष्कृत या सफेद प्रकार के अनाज की तुलना से अधिक विटामिन, खनिज और फाइबर होते हैं। साबुत अनाज के सेवन से आपके रक्त शर्करा में अचानक वृद्धि होने की संभावना भी कम होती है।


क्या ना करें: सफेद ब्रेड, सफेद चावल, तले हुए खाद्य पदार्थ और भारतीय मिठाइयों जैसे लड्डू, हलवा और रसगुल्ले को खाने से बचें, क्योंकि ये जल्दी से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा देती हैं।


फल - ताजे फल कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, खनिज और विटामिन का अच्छा स्रोत होते हैं।


क्या करें: सेब, केला, संतरा और अन्य फलों को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करें। यदि आप खाने के बाद कुछ मिठाई की तलाश कर रहे हैं, तो कुछ कटें केले की परत लगाएं और इसमें कुछ कम वसा वाला बिना मीठा दही मिलाएं, और मीठे का आनंद लें।


क्या न करें: फलों के सेवन का मतलब यह नहीं है कि आप ज़रूरत से ज़्यादा खायें। प्रोसेस्ड (processed) फलों जैसे डिब्बाबंद फलों और फलों के रस से बचें क्योंकि वे चीनी से भरे होते हैं।


सब्ज़ियाँ - सब्ज़ियाँ आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती हैं क्योंकि वे फाइबर से पूर्ण होती हैं और इनमें बहुत कम वसा या नमक होता है। आप सब्जियों को थोड़े से वनस्पति तेल के साथ भूनकर और थोड़ा नींबू और नमक डालकर अतिरिक्त स्वादिष्ट बना सकते हैं। डीप-फ्राइड करने के बजाय आप सब्ज़ियों को स्टीम्ड या तवा-फ्राइड करके अधिक लाभदायक बना सकते हैं।


क्या करें: आप अपने दैनिक आहार में पालक, टमाटर, हरी बीन्स, खीरे, ब्रोकोली, फूलगोभी, और शकरकंद को शामिल करें। ये सब्ज़ियाँ पोषक तत्वों से भरी होती हैं और इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी कम होती है।


क्या न करें: तली हुई और चीज़ के साथ बनी सब्जियों को ना कहें, यह आपके आहार में अतिरिक्त कैलोरी, कार्ब्स और वसा को जोड़ देंगी, जो आपके सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।


प्रोटीन - अपने प्रोटीन की आवश्यकता को पूरी करने के लिए आप विभिन्न प्रकार के पौधों और पशु स्रोतों में से उपयुक्त प्रोटीन स्रोत चुन सकते हैं। मांस और चिकन में से अतिरिक्त वसा वाले भाग को अलग करें और इसके साथ कम वसा वाली खाना पकाने की विधि जैसे भूनना और उबालना का उपयोग इन्हें बनाने में करें।

 

क्या करें: लाल मांस के बजाय त्वचा रहित चिकन, मछली, राजमा, मूंग, सोयाबीन और लीन कट मीट का सेवन करें। आप अपने भोजन में कुछ पौधे-आधारित प्रोटीन स्रोतों जैसे बीन्स, नट्स, या टोफू को शामिल करने का प्रयास करें। ये आपको प्रोटीन के अलावा फाइबर और पोषक तत्व भी प्रदान करेंगे जो पशु-आधारित प्रोटीन में कम होते है।

 

क्या न करें: मांस के फैटी कट्स और प्रोसेस्ड या फ्रोजन मांस खाने से बचें।


दूध के उत्पाद - दूध और दूध से बने उत्पाद मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक होते हैं, क्योंकि वे अतिरिक्त कैलोरी और सैचुरेटेड वसा से भरे होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ाते हैं।


क्या करें: बिना फ्लेवर वाले और कम वसा वाला दही, दूध और पनीर का सेवन करें। यह आपके प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स की कमी को पूरा करेगा।


क्या न करें: पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों के सेवन से बचें। यह याद रखें कि मधुमेह आपके हृदय रोग के जोखिम को और बढ़ाता है, और अतिरिक्त वसा सिर्फ आपकी धमनियों में प्लाक के जमाव में योगदान देती है।


वसा और तेल - मधुमेह वाले व्यक्तियों को वसा और तेल के सेवन को कम करना चाहिए। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप इनका पूरी तरह परहेज करें।

 

क्या करें: मधुमेह वाले व्यक्तियों को प्राकृतिक वनस्पति वसा और तेल जैसे तिल के बीज का तेल, जैतून का तेल और सरसों के तेल का उपयोग करना चाहिए। टूना मछली और मैकेरल, ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत होते हैं जो हृदय के स्वास्थ्य को भी अच्छा करते हैं।

 

क्या न करें: सैचुरेटेड और आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत वसा जो पशु उत्पादों और वनस्पति तेलों से बनती हैं, के सेवन से बचें।

 

मधुमेह एक गंभीर चिकित्सा स्थिति होती है और उचित आहार के साथ रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना इसे प्रबंधित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसीलिए हमेशा अपने चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ की आहार संबंधी चेतावनियों का पालन करें और यदि आप अपने खाने के बारे में अनिश्चित हैं कि आपके लिए क्या अच्छा है या क्या बुरा है, तो उनसे सलाह अवश्य लें।

 

This blog is a Hindi version of an English-written Blog  - Do’s and Don’ts for a Diabetes Diet

 

 
Dr. Parjeet Kaur
Endocrinology & Diabetology
Meet The Doctor
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