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ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी

ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी

मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और जटिल अंग है। जब इसमें ट्यूमर जैसी समस्या होती है, तो सर्जरी एक आवश्यक उपचार विकल्प बन जाती है। मेदांता, पटना के प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. मुकुंद प्रसाद के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऑपरेशन के बाद मरीज को किसी प्रकार की समस्या न हो। आइए इस लेख में जानें कि ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कैसे होता है और इसमें किन आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है।

ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी में महत्वपूर्ण बातें

ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी में रोगी के मस्तिष्क के कार्यों को सुरक्षित रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। मस्तिष्क एक अत्यंत संवेदनशील अंग है, और इसमें किसी भी प्रकार की क्षति होने पर रोगी को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉ. मुकुंद प्रसाद बताते हैं कि मस्तिष्क में क्षति होने से निम्न समस्याएं हो सकती हैं:

  • आंखों की रोशनी जा सकती है

  • एक तरफ के हाथ-पैर में लकवा मार सकता है

  • चलने में तकलीफ हो सकती है

  • व्यक्तित्व में परिवर्तन हो सकता है

  • सुनने में समस्या हो सकती है

इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को बचाए रखने के लिए, न्यूरोसर्जन विशेष तकनीकों का उपयोग करते हैं।

ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन और उसकी जटिलताएं

ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से किया जाता है। इस प्रक्रिया में सर्जन को अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ती है, क्योंकि मस्तिष्क के विभिन्न क्षेत्र विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं। एक छोटी सी गलती भी रोगी के जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है।

माइक्रो न्यूरो सर्जरी की आधुनिक तकनीकें

माइक्रो न्यूरो सर्जरी एक आधुनिक तकनीक है जो मस्तिष्क के नाजुक हिस्सों को सुरक्षित रखने में मदद करती है। डॉ. मुकुंद प्रसाद के अनुसार, इस तकनीक को सफल बनाने के लिए कई आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाता है:

  • ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप: यह उपकरण सर्जन को मस्तिष्क के सूक्ष्म हिस्सों को बड़ा करके देखने में मदद करता है, जिससे सटीक सर्जरी संभव होती है।

  • न्यूरो नेविगेशन: यह सिस्टम सर्जन को ट्यूमर का सटीक स्थान पता लगाने में मदद करता है, जिससे स्वस्थ ऊतकों को न्यूनतम नुकसान पहुंचता है।

  • अवेक क्रैनियोटॉमी: इस विशेष प्रक्रिया में, रोगी को होश में रखकर ऑपरेशन किया जाता है। इससे सर्जन रोगी के महत्वपूर्ण कार्यों जैसे बोलना, समझना, या हाथ-पैरों का चलना आदि को मॉनिटर कर सकते हैं।

ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कैसे होता है: एक विस्तृत जानकारी

आइए जानते हैं कि ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कैसे होता है और इसमें किन तकनीकों का उपयोग किया जाता है। अवेक क्रैनियोटॉमी प्रक्रिया में, रोगी को होश में रखा जाता है ताकि सर्जन उसके महत्वपूर्ण मस्तिष्क कार्यों की निगरानी कर सकें। इस दौरान, सर्जन रोगी से बातचीत करते हैं और उनके हाथ-पैरों के हलचल को देखते हैं।

जब सर्जन मस्तिष्क के किसी ऐसे क्षेत्र पर काम करते हैं जो बोलने, समझने या हाथ-पैरों के चलने जैसे कार्यों के लिए जिम्मेदार है, तो वे रोगी से इन कार्यों को करने के लिए कहते हैं। अगर कोई समस्या दिखाई देती है, तो सर्जन तुरंत अपनी कार्यवाही को समायोजित करते हैं ताकि इन महत्वपूर्ण कार्यों को बचाया जा सके।

ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के जोखिम और उनसे बचाव

ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के जोखिम को कम करने के लिए विशेषज्ञ सर्जन की आवश्यकता होती है। डॉ. मुकुंद प्रसाद जैसे अनुभवी न्यूरोसर्जन आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके इन जोखिमों को कम करते हैं। माइक्रो न्यूरो सर्जरी, न्यूरो नेविगेशन और अवेक क्रैनियोटॉमी जैसी तकनीकें सर्जरी को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाती हैं।

निष्कर्ष

ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें रोगी के मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्यों को बचाए रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। आधुनिक तकनीकों जैसे माइक्रो न्यूरो सर्जरी, न्यूरो नेविगेशन और अवेक क्रैनियोटॉमी की मदद से, न्यूरोसर्जन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा सकते हैं जबकि मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्यों को सुरक्षित रखते हैं।

डॉ. मुकुंद प्रसाद जैसे अनुभवी न्यूरोसर्जन इन आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके रोगियों को बेहतर परिणाम प्रदान करते हैं। मेदांता, पटना जैसे अस्पताल में उपलब्ध इन उन्नत सुविधाओं के कारण, ब्रेन ट्यूमर के रोगियों को अब बेहतर उपचार विकल्प मिल रहे हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न 

  1. ब्रेन ट्यूमर क्या होता है?

    ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि है, जो मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित कर सकती है। जब ट्यूमर बढ़कर मस्तिष्क पर दबाव बनाता है या लक्षण जैसे सिरदर्द, दौरे, कमजोरी या दृष्टि दोष पैदा करता है।

  2. सर्जरी के दौरान मस्तिष्क की कार्यक्षमता को कैसे सुरक्षित रखा जाता है?

    आधुनिक तकनीकों जैसे माइक्रो न्यूरो सर्जरी, न्यूरो नेविगेशन और अवेक क्रैनियोटॉमी के जरिए सर्जरी के दौरान मस्तिष्क की कार्यक्षमता की निगरानी की जाती है।

  3. अवेक क्रैनियोटॉमी क्या है?

    यह एक विशेष तकनीक है जिसमें मरीज को होश में रखकर सर्जरी की जाती है ताकि बोलने, समझने और हाथ-पैरों के चलने जैसे कार्यों की जांच की जा सके।

  4. क्या ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी जोखिम भरी होती है?

    हर सर्जरी में जोखिम होते हैं, लेकिन अनुभवी सर्जन और उन्नत तकनीकों से ये जोखिम काफी हद तक कम किए जा सकते हैं।

Dr. Mukund Prasad
Neurosciences
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