हर साल लगभग 1.4 मिलियन महिलाएँ असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव का शिकार होती हैं। एक डेटा के अनुसार प्रजनन स्टेज में हर 4 में से 1 महिला में असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव के लक्षण देखे जा सकते हैं। कोई भी अनियमित रक्तस्राव जो नियमित मासिक धर्म चक्र के बाहर होता है, उसे असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव कहते हैं। अगर यह रक्तस्राव बहुत कम होता है तो इसे उपचार कि आवश्यकता नहीं होती और इसे सैनिटी पैड या टैम्पोन के उपयोग द्वारा नियमित किया जा सकता है। वयस्क महिलाओं में सामान्य मासिक धर्म चक्र 24-34 दिनों का होता है, जिसमें से 4-7 दिन पीरियड के होते हैं। कई बार कम उम्र की महिलाओं में यह चक्र 21-45 दिनों का भी हो सकता है।
तनाव विश्व स्तर पर एक अत्यंत गंभीर समस्या बनता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे "21वीं सदी की स्वास्थ्य महामारी" घोषित किया है। एक डेटा के अनुसार महिलाएँ पुरुषों की तुलना में दो गुना अधिक तनाव से ग्रसित होती हैं। महिलाओं के हार्मोनल स्तर पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले कारकों में से तनाव एक मुख्य प्राकृतिक कारक होता है। जब स्ट्रेस बहुत हो जाता है तो शरीर में कोर्टिसोल का उत्पादन अधिक होने लग जाता है, यह हार्मोन आपके शरीर को दुश्मन से लड़ने या भागने (fight and flight) के लिए प्रतिक्रिया के लिए तैयार करता है।
हर महीने, महिला का शरीर यूटरस को गर्भावस्था के लिए तैयार करने के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्राव करता है। ओव्यूलेशन के दौरान गर्भाशय की आंतरिक परत मोटी हो जाती है इस समय शरीर मासिक धर्म चक्र के 14वें दिन निषेचन (fertilization) के लिए अंडा बनाता है। यदि अंडे का इस दौरान निषेचन नहीं होता है तो यह बढ़ी हुई अंदरूनी परत टूटने लग जाती है और मासिक धर्म के दौरान शरीर से बाहर रक्तस्राव में निकल जाती है। तनाव के दौरान कोर्टिसोल का बढ़ा हुआ स्तर प्रजनन हार्मोन के स्तर में असंतुलन पैदा करता है, जिससे प्रजनन चक्र प्रभावित होता है। अगर इस दौरान महिला ने अंडे का डिस्चार्ज नहीं भी किया है, तो हार्मोनल असंतुलन शरीर को भ्रमित करता है और अनियमित रक्तस्राव हो सकता है। असंतुलित प्रजनन हार्मोन सामान्य मासिक धर्म चक्र में गड़बड़ी का कारण बनता है और इसके परिणामस्वरूप असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव हो सकता है।
असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव (AUB) को डिस्फ़ंक्शनल गर्भाशय रक्तस्राव भी कहते है। इस स्थिति की कुछ सामान्य पहचान करने वाले लक्षण निम्न हैं:
असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव के लक्षण हल्के रक्त के धब्बों से लेकर भारी रक्तस्राव तक हो सकते हैं जिनके लिए पैड या टैम्पोन की आवश्यकता महसूस हो सकती है। तनाव के समय और स्तर के आधार पर महिलाएँ अलग-अलग संकेत और लक्षण महसूस कर सकती हैं।
असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव के सही कारण का पता लगाने और अपनी विशिष्ट आवश्यकता के आधार पर एक अनुकूलित उपचार योजना तैयार करने के लिए आपको हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। आपके विशेषज्ञ द्वारा दी जाने वाले विभिन्न उपचारों में शामिल हो सकते हैं:
1. चिकित्सा उपचार: आपके डॉक्टर निम्न चिकित्सा उपचारों की सलाह दे सकते हैं:
2. बिहेव्यरल थेरेपी: तनाव को कम करना AUB के नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण कुंजी होता है। आपका डॉक्टर आपको तनाव कम करने के लिए विभिन्न व्यायामों या तकनीकों का पालन करने की सलाह दे सकता है। तनाव को कम करने के अलावा, व्यायाम और वजन कम करना अन्य जीवनशैली में बदलाव के महत्वपूर्ण चरण होते हैं जो AUB के प्रभावों को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
3. पूरक और वैकल्पिक चिकित्सा (सीएएम) उपचार: ये वैकल्पिक उपचार रणनीतियाँ असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव को कम करने में मदद कर सकती हैं। इनमें हर्बल दवाइयाँ और एक्यूपंक्चर तकनीक शामिल होती हैं।
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